शुक्रवार, 24 मार्च 2017

सन्यासी से मुख्यमंत्री : योगी आदित्यनाथ

लेखक : अशर्फी लाल मिश्र 
अशर्फी लाल मिश्र 



योगी  आदित्यनाथ
योग का अर्थ है जोड़ और योगी का  अर्थ है  योग  करने वाला या जुड़ने वाला या फिर जोड़ने वाला। आज उत्तर प्रदेश (भारत) को एक ऐसा योगी मिल गया  जो जन -जन की समस्याओं से अपने को  जोड़ता हुआ और उन समस्याओं को हल  करने  के लिए कृत संकल्प है।

 किसी समय राजा जनता के बीच स्वयं या अपने  गुप्तचरों के माध्यम से अपनी सरकार  या राजकाज का मूल्यांकन करते थे । आज   पहली बार सौभाग्य से उत्तर प्रदेश को  पहला ऐसा मुख्यमंत्री मिला है .कि मुख्यमंत्री स्वयं अपनी सरकार की कार्य प्रणाली को परखने के लिए थाने तक पहुँचने में कोई हिचक नहीं है।
सचिवालय के निरीक्षण में मिली गंदगी से योगी के मन में यह भाव उठा कि जब सत्ता का केंद्र का  ही इतना अस्वच्छ वातावरण है तो प्रदेश के अन्य कार्यालयों का हाल कैसा होगा। आज योगी के मात्र एक मौखिक सुझाव   से ही जिलाधिकारियों तक  ने  अपने कार्यालय को स्वच्छ करने के  निमित्त हाथ में झाड़ू उठा ली।
आखिर इसका क्या कारण है ? कारण स्पस्ट है कि योगी आदित्यनाथ एक योगी हैं जो किसी राग द्वेष से रहित होकर सबका साथ ,सबका विकास के उद्देश्य को लेकर मुख्य मंत्री के पद  की शपथ ली है और  अपने उद्देध्य की पूर्ति में संलग्न है .
व्यक्तिगत जीवन ;
नाम ; अजय मोहन  विष्ट [1]
पिता का नाम :आनंद सिंह  विष्ट[2]
माता का नाम ;सावित्री देवी
जन्म तिथि : ५ जून १९७२
जन्म स्थान : पंचूर ,(तहसील -यमकेश्वर ), पौड़ी गढ़वाल ,उत्तर प्रदेश {वर्तमान में उत्तराखंड )
जाति ; राजपूत
वैवाहिक स्थिति :विरक्त  ब्रह्मचारी
शिक्षा : बी एस -सी (गणित ), हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय 
धर्म ;हिन्दू 
वैराग्य : २२ वर्ष की आयु में सन्यास ग्रहण। महंत अवैद्यनाथ के शिष्य। १२ सितम्बर २०१४ को गोरखनाथ मंदिर के महन्त अवैद्यनाथ के निधन के पश्चात मंदिर के महंत नियुक्त। १४ सितम्बर २०१४ को इन्हें  नाथ पंथ के पारंपरिक अनुष्ठान के अनुसार गोरक्षपीठ  का गोरक्षपीठाधीश्वर   बनाया गया।

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