शुक्रवार, 11 अगस्त 2017

राष्ट्र-धर्म सर्वोपरि

लेखक : अशर्फी लाल मिश्र 

अशर्फी लाल मिश्र 










सबका साथ सबका विकास  के नारे  के साथ भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र-धर्म सर्वोपरि  के लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर सतत प्रयत्न शील हैं। जाति आधारित और संकीर्ण विचार धारा वाली  पार्टियाँ अपना अस्तित्व धीरे-धीरे खो रही हैं।
उत्तर प्रदेश 
(अ ) बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती, जो उत्तर प्रदेश की चार बार मुख्य मंत्री रह चुकी हैं  आज अपने अस्तित्व बचाने के लिए संघर्षशील हैं। अनुसूचित जाति को अपना आधार  वोट बैंक और बी आर आंबेडकर  को  अपनी पार्टी का   एक मात्र आदर्श  एवं पथप्रदर्शक नेता  पर एकाधिकार समझनेवाली मायावती से आज मायावती का आधार वोट बैंक  खिसकता नजर आ रहा है। मायावती ने अपने आधार वोट बैंक के साथ बहुजन समाज को जोड़कर उत्तर प्रदेश में चार बार सत्ता की बागडोर संभाली लेकिन आज बहुजन समाज का  बी एस पी से मोह-भंग होगया। नरेंद्र मोदी ने सबका साथ सबका विकास  के नारे को अपनाते हुए और राष्ट्र-धर्म  को सर्वोपरि मानते हुए आंबेडकर  को गले लगाकर बी एस पी के गढ़ उत्तर प्रदेश में मायावती की नीव हिला दी। मायावती द्वारा भाजपा को मनुवादी विचारों वाली पार्टी कहने पर मोदी ने  सबका साथ सबका विकास  के नारे को सार्थक करते हुए मोदी ने कानपुर  देहात जिले (उत्तर प्रदेश) के एक छोटे से गांव परौख निवासी  कृषक एवं कोरी/कोली(अनुसूचित जाति )  परिवार में जन्में रामनाथ कोविंद को  राष्ट्रपति के पद पर बैठाने में देरी नहीं की।
(१ ) बी एस पी का लोक सभा में प्रतिनिधित्व: शून्य
(२) बी एस पी का राज्य सभा में प्रतिनिधित्व;०५
(३) बी एस पी यू पी विधान सभा  में प्रतिनिधित्व :१९
(४ )बी एस पी का  यू पी विधान परिषद  में प्रतिनिधित्व:०५
(आ) समाजवादी पार्टी जिसने उत्तर प्रदेश में चार बार सत्ता की बागडोर संभाली और केंद्र की  सत्ता में भागीदार रही. यह पार्टी भी एक जाति विशेष (पिछड़ा वर्ग ) को आधार वोट बैंक मानती है। मोदी ने अपने नारे सबका साथ सबका विकास को सार्थक करते हुए उत्तर प्रदेश भाजपा की कमान पिछड़े वर्ग को सौंप दी और सुदृढ़ आधार वाली समाजवादी पार्टी की जड़ें हिलाकर एक कोने में खड़ा कर  दिया।
(१)एस पी का लोक सभा में प्रतिनिधित्व:०५
(२)एस पी का राज्य  सभा में प्रतिनिधित्व:१८
(३)एस पी का यूपी विधानसभा  में प्रतिनिधित्व:४७
(४))एस पी का यूपी विधान परिषद  में प्रतिनिधित्व;६१
बिहार 
बिहार की राजनीति के साथ-साथ राष्ट्रीय राजनीति में मुखर रहने वाले लालू प्रसाद यादव अपनी तीक्ष्ण शैली के लिए जाने जाते हैं। सदैव अपने परिवार और पिछड़े वर्ग की राजनीति के पुरोधा जब लालू प्रसाद यादव ने  मोदी को पिछड़े वर्ग का विरोधी वताया तो मोदी ने पिछड़े वर्ग से आने वाले एम वेंकैया नायडू को उप राष्ट्रपति के पद पद पर आसीन करने करने में देरी नहीं की। आज बिहार में परिवार विशेष सत्ता से वंचित होकर छटपटा रहा है।
जम्मू और कश्मीर 
जम्मू और कश्मीर भारत का एक ऐसा राज्य है जहाँ अन्य प्रदेश के नागरिक न नागरिक बन सकते हैं और न ही वहाँ  संम्पत्ति अर्जित कर सकते हैं। यह व्यवस्था संविधान की धारा ३५(A ) के अंतर्गत है। अगर यह संविधान की धारा निरस्त हो जाती है तो जम्मू और कश्मीर भी राष्ट्रीय धारा में सम्मिलित हो जायेगा। इस धारा को निरस्त कराने  में सभी दलों को दलगत भावना से ऊपर उठकर सहयोग करना चाहिए।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

अनर्गल बयानबाजी से कांग्रेस की प्रतिष्ठा गिरी

 ब्लॉगर : अशर्फी लाल मिश्र अशर्फी लाल मिश्र कहावत है कि हर ऊँचाई के बाद ढलान  होती है । ब्रिटिश हुकूमत को उखाड़ फेंकने में कांग्रेस ने जनता ...