Blogger : Asharfi Lal Mishra
Asharfi Lal Mishra |
एक नया पेट्रोल चालित वाहन 15 वर्ष और डीजल चालित वाहन 10 वर्ष तक रोड पर चलने के लिए अधिकृत होते हैं इससे आगे चलाने के लिए उन वाहनों को फिटनेस की आवश्यकता होती है।
रोड पर चलने के लिए वाहन का अद्यतन बीमा भी होना चाहिए और ड्राइवर का अद्यतन वैध ड्राइविंग लाइसेंस भी। वाहन पर पढ़ा जा सकने वाला गाड़ी का नंबर भी अर्थात यथास्थान नंबर प्लेट लगी होनी चाहिए।
रोड पर वाहनों बढ़ने कारण
1- पुराने वाहनों की अवधि समाप्त हो जाने बाद विना फिटनेस के ही पुनः परमिट का बन जाना। ऐसे वाहन देहात और कस्बों में अधिक संख्या में देखे जा सकते है।
2- बीमा रहित वाहनों की एक लम्बी कतार है ऐसे वाहनों की संख्या भी देहात,कस्बों एवं छोटे नगरों में मिल जाएगी।
3- देहात ,कस्बों में अनेकों ऐसे वाहन मिलेंगे जिनमें गाड़ी का नंबर ही गायब होगा।
कबाड़ या पुराने वाहनों से होने वाली समस्यायें
1- विना फिटनेस के पुराने वाहन जो ओवरलोडिंग भी करते हैं प्रायः दुर्घटना के शिकार होते हैं या फिर दुर्घटना करते हैं।
2- पुराने वाहन ही सर्वाधिक प्रदूषण फैलाते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी वाहनों द्वारा फैलने वाले प्रदूषण पर चिंता जाहिर की है। [1][2]
3- पुराने वाहनों से ध्वनि प्रदूषण के साथ साथ वायु प्रदूषण भी होता है। जिससे लोग कान से बहरे और फेफड़ों की टी बी से पीड़ित हो रहे हैं।
4- रोड पर विशेषतः बड़े नगरों के बाहर सभी जगह विना अद्यतन बीमा के वाहन दौड़ते नजर आएंगे। ऐसे वाहन रोड पर केवल भीड़ बढ़ाने वाले होते हैं जो दुर्घटनाओं का कारण होते हैं, ध्वनि एवं वायु प्रदूषण को बढ़ाने वाले होते हैं।
विना नंबर प्लेट वाहन
5- रोड पर ऐसे अनेक वाहन मिलेंगे जिन पर नंबर प्लेट पर नंबर ही अंकित नहीं है। ऐसे वाहन चालक अपराधों को बढ़ावा देते हैं।
गंभीर समस्यें
1- वायु और ध्वनि प्रदूषण
2- रोड पर बढ़ती दुर्घटनायें
3- अपराधों को बढ़ावा
सुझाव
1- परमिट का नवीनीकरण विना फिटनेस के न हो।
2 - विना अद्यतन बीमा के वाहन रोड पर कठोरता के साथ रोकें जाय।
3 - विना नंबर प्लेट के वाहन रखना भी कठोरता से रोका जाय।
बहुत ही उम्दा महोदय
जवाब देंहटाएंThanks.
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