Updated on 20/12/2017
Asharfi Lal Mishra |
इंडियन नेशनल कांग्रेस को कांग्रेस भी कहते हैं। इसकी स्थापना अवकाश प्राप्त सिविल सर्विस इंजीनियर A O Hume द्वारा २८ - ३१ दिसंबर १८८५ तक बम्बई में चलने वाले प्रथम सत्र में हुई थी। स्वतंत्रता के बाद वर्ष १९५१ में भारत में प्रथम जनरल इलेक्शन हुआ जिसमें कांग्रेस सबसे अधिक मजबूत राजनीतिक दल के रूप में उभरा। कांग्रेस ने इस चुनाव में लोकसभा की ४८९ सीटों में ३६४ सीटें प्राप्त कर देश की सत्ता पर कब्ज़ा कर लिया। कांग्रेस को इस चुनाव में 49.99 % मत प्राप्त हुए।
पहली लोक सभा से लेकर १६ वीं लोक सभा तक कांग्रेस द्वारा प्राप्त सीटों एवं प्राप्त मतों का विवरण:
- प्रथम लोक सभा : 364 सीटें , 44.99 % मत
- दूसरी लोक सभा : 371 " ,47.78% "
- तीसरी लोक सभा : 361 " , 44.72% "
- चौथी लोक सभा : 283 " ,40.78% "
- 5 वीं लोक सभा : 352 " , 43.68% "
- 6 वीं लोक सभा : 153 " ,34.52% "
- 7 वीं लोक सभा : 351 " ,42.69% "
- 8 वीं लोक सभा : 415 " ,49.01% "
- 9 वीं लोक सभा : 197 " ,39.53% "
- 10 वीं लोक सभा :244 " , 35.66% "
- 11 वीं लोक सभा 140 " ,28.80% "
- 12 वीं लोक सभा 141 " ,25.82% "
- 13 वीं लोक सभा 114 " ,28.3% "
- 14 वीं लोक सभा 145 " ,26.70% "
- 15 वीं लोक सभा 206 " ,28.55% "
- 16 वीं लोक सभा 44 " ,19.30% "
१९९८ में सोनिया गाँधी कांग्रेस अध्यक्ष बनी। १२ वीं लोक सभा से लेकर १६ वीं लोक सभा का गठन सोनिया गाँधी के अध्यक्ष रहते हुआ लेकिन इस बीच कांग्रेस का जनाधार कम होता चला गया। १६ वीं लोक सभा के चुनाव में कांग्रेस को मात्र १९. ३ ०% ही मत मिल सके और मात्र लोक सभा की ४४ सीटों पर संतोष करना पड़ा। अब अगला लोक सभा का चुनाव २०१९ में होना है। कांग्रेस पार्टी से अब तक ६ प्रधान मंत्रियों ने सत्ता संभाली है और कांग्रेस के पूर्व सदस्यों में से ७ प्रधान मंत्री बने।
राहुल गाँधी २०१३ में कांग्रेस के उपाध्यक्ष बने। तब से आज तक करीब २७ चुनाओं में कांग्रेस को पराजय का मुँह देखना पड़ा।[a] राहुल गाँधी नेहरू-गाँधी परिवार से छठवें कांग्रेस के अध्यक्ष होंगे।
वर्तमान में कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गाँधी हैं। द्वापर युग में जिस प्रकार से धृतराष्ट्र ने पुत्र मोह में पड़ कर राष्ट्र की चिंता किये विना दुर्योधन को युवराज घोषित कर सत्ता का उत्तराधिकारी बना दिया था। ठीक उसी प्रकार सोनिया गाँधी पुत्र मोह में पड़ कर अपने पुत्र राहुल गाँधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने का संकल्प ले लिया है। हालाँकि कांग्रेस पार्टी में कई दिग्गज अनुभवी राजनेता हैं फिर भी राहुल गाँधी के सामने उनका कोई मूल्य नहीं। ४ दिसम्बर २०१७ को राहुल गाँधी ने कांग्रेस -अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र जमा किया। [b] राहुल गाँधी के पक्ष में ८९ नामांकन पत्र दाखिल किये गए और सभी वैध पाए गए। [c] ११ दिसंबर २०१७ को कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर निर्विरोध निर्वाचित हुए। [d] 16 /12/2017 को राहुल गाँधी ने कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार संभाल लिया। [e]
राहुल गाँधी ने कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार संभाला
राहुल गाँधी पिछले कई वर्षों से राजनीति में सक्रिय हैं लेकिन अभी भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिचकिचा जाते हैं या फिर गोल मोल उत्तर दे देते हैं। वर्तमान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी परिपक्व राजनेता हैं उनकी तुलना में राहुल गाँधी कहीं नहीं ठहरते अर्थात राजनीति में मोदी से टक्कर लेना फिरहाल दुष्कर दिखाई पड़ता है।
अभिमत
राहुल गाँधी अभी मोदी की तुलना में कम आत्मविश्वास वाले राजनेता हैं।
इंडियन नेशनल कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है इसमें ऊर्जा भरना और संगठित रखना स्वयं में एक बड़ा कार्य है।
राहुल गाँधी २०१३ में कांग्रेस के उपाध्यक्ष बने। तब से आज तक करीब २७ चुनाओं में कांग्रेस को पराजय का मुँह देखना पड़ा।[a] राहुल गाँधी नेहरू-गाँधी परिवार से छठवें कांग्रेस के अध्यक्ष होंगे।
वर्तमान में कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गाँधी हैं। द्वापर युग में जिस प्रकार से धृतराष्ट्र ने पुत्र मोह में पड़ कर राष्ट्र की चिंता किये विना दुर्योधन को युवराज घोषित कर सत्ता का उत्तराधिकारी बना दिया था। ठीक उसी प्रकार सोनिया गाँधी पुत्र मोह में पड़ कर अपने पुत्र राहुल गाँधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने का संकल्प ले लिया है। हालाँकि कांग्रेस पार्टी में कई दिग्गज अनुभवी राजनेता हैं फिर भी राहुल गाँधी के सामने उनका कोई मूल्य नहीं। ४ दिसम्बर २०१७ को राहुल गाँधी ने कांग्रेस -अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र जमा किया। [b] राहुल गाँधी के पक्ष में ८९ नामांकन पत्र दाखिल किये गए और सभी वैध पाए गए। [c] ११ दिसंबर २०१७ को कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर निर्विरोध निर्वाचित हुए। [d] 16 /12/2017 को राहुल गाँधी ने कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार संभाल लिया। [e]
राहुल गाँधी ने कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार संभाला
राहुल गाँधी पिछले कई वर्षों से राजनीति में सक्रिय हैं लेकिन अभी भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिचकिचा जाते हैं या फिर गोल मोल उत्तर दे देते हैं। वर्तमान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी परिपक्व राजनेता हैं उनकी तुलना में राहुल गाँधी कहीं नहीं ठहरते अर्थात राजनीति में मोदी से टक्कर लेना फिरहाल दुष्कर दिखाई पड़ता है।
अभिमत
राहुल गाँधी अभी मोदी की तुलना में कम आत्मविश्वास वाले राजनेता हैं।
इंडियन नेशनल कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है इसमें ऊर्जा भरना और संगठित रखना स्वयं में एक बड़ा कार्य है।
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