मंगलवार, 17 अक्तूबर 2017

प्रेम - स्मारक

लेखक : अशर्फी लाल मिश्र
Asharfi Lal Mishra











                                                                       
सम्राट शाहजहाँ  द्वारा  अपनी पत्नी मुमताजमहल की स्मृति में बनवाया गया भव्य स्मारक  ताजमहल  की गणना विश्व के सात आश्चर्यों में की जाती है। यह स्मारक युगल-प्रेम का प्रतीक है। यह ताजमहल केवल भव्य इमारत  नहीं है बल्कि  जब पाठक  इस स्मारक के बारे में पढता है या फिर दर्शक इस स्मारक को देखता है तो वह शाहजहाँ -मुमताज के अमर प्रेम की कल्पना में भाव विभोर हो उठता है।
इसी ताजमहल के भीतर सैकड़ों वर्षों से मुमताज महल अपनी समाधि  में  अंतिम विश्राम  कर रही है। विश्व के कोने कोने से आने वाले  पर्यटक आगरा आकर इस ताजमहल के अमर प्रेम स्मारक के  दीदार करते है और निहाल हो जाते हैं। आगरा में यमुना किनारे श्वेत संगमरमर का बना यह ताज  विश्व के पर्यटकों  के लिए आकर्षण का केंद्र है। 

अनुचित टिपण्णी 
         अक्सर यह देखा गया कि  मीडिया में प्रचार पाने  की दृष्टि से  कुछ  लोग ताज की महत्ता को कम करके आंकते हैं और मीडिया ऐसे प्रकरणों को प्रमुखता के साथ छापता भी है। आज वैश्विक जीवन प्रणाली में  विश्व के किसी कोने में  होने वाली प्रत्येक  उपलब्धि  को प्रत्येक देश में अपनाने के लिए लालायित रहता है और कोई देश उसे  विदेशी कह कर  अस्वीकार  नहीं करता।  चीन की दीवार चीन की शान है ,मिश्र के पिरामिड मिश्र की  पहिचान है इसी प्रकार  ताजमहल वास्तुकला विश्व में बेजोड़ और भारत की शान है। ताज पर  संगीत सोम  की टिपण्णी प्रशंसा के योग्य नहीं है।[1]  क्या संगीत सोम (विधायक) की टिपण्णी से  ताज की महत्ता कम हो सकती है। क्या सूर्य को प्रकाशहीन कहने मात्र से ही सूर्य प्रकाश की महत्ता कम  हो जायेगी। 
        
     अगर हम यह कहते हैं कि  शाहजहाँ के पूर्वज विदेशी थे तो यह किसके पास प्रमाण है कि भारत में रहने वाले अन्य सभी इस देश के ही  मूल निवासी है। क्या आर्य भारत के मूल निवासी है ? नहीं भारत में जन्म लेने वाले सभी व्यक्ति भारतीय है। किसी को विदेशी कहकर उसका तिरस्कार नहीं करना चाहिए। 
     
     संगीत सोम की टिपण्णी  बहुत ही हलकी थी और वास्तव में संगीत सोम की टिपण्णी से ताज की महत्ता पर भी कोई असर पड़ने वाला भी नहीं था लेकिन फिर  भी  कई राजनीति के अनुभवी दिग्गज  नेताओं ने  अपनी   तीक्ष्ण शैली  से संगीत सोम की वाणी पर लगाम लगा दी।

    उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अपने विधायक संगीत सोम से ताजमहल पर की गई अनुचित  टिपण्णी  पर  स्पष्टीकरण माँगा। [2]


ताजमहल  पर टिपण्णी से विपरीत असर 
                                                                         

                                             
                                    ताजमहल   की दर्शक  बनी यू ०   के ०  की महिला क्रिकेट टीम

ताजमहल  पर विवाद ग्रस्त टिपण्णी से विदेशी सैलानियों पर असर  पड़   सकता है। इससे  प्रदेश  की अर्थव्यवस्था  भी  प्रभावित होगी। वर्ष  २०१६ में १३ , ६२ ,७९१   विदेशी पर्यटकों ने  ताजमहल  को देखने आये थे।  उत्तर प्रदेश में  आने वाले पर्यटकों में आधे  अधिक पर्यटक अकेले ताज को देखने आते हैं। आगरा का पर्यटन कारोबार ३,००० करोड़  रुपये का है। अकेले ताज के टिकट से होने वाली  आय  १०५ करोड़ रुपये है।


  ताजमहल  केवल भारत की ही नहीं अपितु विश्व की धरोहर है ,प्रेम का अद्भुत उदहारण है। इसे संजोकर रखने की आवश्यकता है। 



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